#Pehlealfaaz अकेली तुम नहीं अकेले "हम"नहीं पास हूं पर "हरदम" नहीं बिछड़ने का डर तुम्हें भी है और हमें भी शुक्र है ! इश्क हमारा रूह है "जिस्म" नहीं करण बोराणा