White दहेज प्रथा पर कविता। कैसा हो गया है ,आज का समाज शादी के नाम पर बेटी लेता है, और लेकर दहेज बेटे को बेच देता है अक्सर कहीं दहेज के लिए बहू बेटियों का जलाया जा रहा है। इंसानियत की कोई लेख ना रह गई, दहेज का , खेल अजीब हो गई बड़े-बड़े दिग्गज इसके शिकार हुए, पर कोई कुछ ना कर सका। इस दहेज के कारण, न जाने कितने बहू बिटिया की जिंदगी बर्बाद हो गई किसी की बेटी को जलाकर, तुम उसे दुख देते हो। वक्त है बदल जाएगा, यह घटना तेरे संग भी घट जाएगा दहेज लेना बंद कर दो, कहानी दहेज का यहीं ,खत्म कर दो। जिंदगी मिली है मिली है तो, खुशी से तुम जी को। अगर लाए हो किसी के बेटी को अपना बहू बनकर, तो उसे अपनी बेटी बना लो। अब तो दहेज लेना बंद कर दो। अब तो दहेज लेना बंद कर दो कहानी दहेज का यहीं खत्म कर दो। ©Akriti Tiwari प्रेरणादायी कविता हिंदी। कविता कोश