"बर्फ का ओ शरीफ टुकड़ा जाम में क्या गिरा....बदनाम हो गया..." "देता जब तक अपनी सफाई... ओ ख़ुद शराब हो गया..." ताल्लुकात बढ़ाने है तो... कुछ आदतें बुरी भी सीख ले अवधेश, ऐब न हो तो... लोग महफिल में नही बुलाते... ©Abdhesh kumar @#यारों की महफ़िल@#