हर रोज अखबार के पन्नों से मुझे कुछ चीखे सुनाई पडती है उन मासूम सिसकियों की गवाह ये काली स्याही बनती है ।। क्या कमजोर था वो धागा जो कलाई पर मैने बांधा यही सवाल अक्सर वो हम सबसे पूछा करती है ।। इंसान की शक्ल मे घूमते भेड़िये सब रिश्ते तार तार करते है रक्षाबंधन के इस पावन पर्व की गरिमा पर वो वार करते हैं ।। #राखी #रक्षाबंधन #एकसवाल #yqhindi #yqbaba #yqdidi