एक ज़िन्दगी कल जाना था आज चले गए फिर क्यूँ हम गुमसुम से हो गए जो आया है उसको तो जाना ही है फिर क्यूँ मोह के धागे बुन रहे पँछी है कब तक कैद रहेगा पिंजरे में इक दिन तो उड़ जाना है न जकड़ो इसको मोह माया के फंदों में होगी पीड़ा इसको भी फिर तुमसे जुदा होने में उड़ान भरने दो मोहब्बत का पैगाम देने में प्रसन्न बदन पहुँचने दो वहाँ जहाँ से ये आया है आज से नही जबसे सृष्टि बनी यही तो होता आ रहा जाते देख रहे सबको भूल गए खुद को भी इक दिन जाना है बड़ी बड़ी ज्ञान की बातें करने वाले भी फिर न जाने क्यूँ नफरत को जन्म दे रहे सोचो जरा क्या ले जाओगे एक दिन बस एक मुट्ठी राख हो जाना है कुसुम..✍ #ज़िंदगी #nojoto #writersofnojoto #quote #life #lifequote #thought #feelings #hindi #kavishala #words #thinker #reader