पल्लव की डायरी कौमा में पूरा देश पड़ा है अंतिम सांसे लेता है राष्टवाद की भांग पीकर हर हिंदुस्तानी रो देता है बाद से बदतर शासन मिला है सबकी रोजी रोटी छीन लेता है प्रबन्धों के नाम पर हर हिंदुस्तानी खून के घूट पी लेता है इन छह सालो में छल प्रपंच का कमल खिला है दल दल में फंसा जनता का विकास सिस्टम जहर घोल देता है निजीकरण के खेल में देश लहुलुहान पड़ा है हेल्थ आईडी किसकी बनेगी सारा देश खाल उधेड़े बैठा है मातम की धुन बजाने शायद चोकीदार इंतजाम किये बैठा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" हेल्थ आईडी किसकी बनेगी #IndiaLoveNojoto