Nojoto: Largest Storytelling Platform

काश एक बेटी को, दो बन जाने की शक्ति मिल जाती, तब

काश एक बेटी को,
 दो बन जाने की शक्ति मिल जाती,

तब दोनो घर के त्योहार,
 एक साथ माना पाती।।

ससुअल का फर्ज़ जरूरी है, 
जिसके खातिर उसकी मायके से दूरी है,

मां की ममता, पिता का दुलार,
भाई का प्यार,
इनसे अनमोल कहां होते हैं कोई भी उपहार,
रिश्तों का ताना बाना, 
बेटी ही बांधती है,
मायके की परवरिश से, 
ससुराल का घोंसला बुनती है,
खुद को मजबूत कर के , 
दोनो कुल का नाम रौशन करती हैं।।

©Kirti Pandey
  #girl #बेटी #daughter #Nojoto #Emotional #New #Original #Love #Hindi #poem