रख होंसला एक मंजर ऐसा भी आएगा, दरिया खुद चल कर समुद्र तक जाएगा। थक कर हराने से कुछ नही होगा ऐ दोस्त! कदम बढ़ा, तेरा हर पग मंजिल की और ख़ुद न ख़ुद बढ़ता जाएगा। जीतेगा तू, जीत का आनंद भी आएगा, रख होंसला एक मंजर ऐसा भी आएगा। ©Anukaran #walkingalone रख होंसला एक मंजर ऐसा भी आएगा, दरिया खुद चल कर समुद्र तक जाएगा। थक कर हराने से कुछ नही होगा ऐ दोस्त, कदम बढ़ा, तेरा हर पग मंजिल की और ख़ुद ख़ुद बढ़ता जाएगा। जीतेगा तू, जीत का आनंद भी आएगा, रख होंसला एक मंजर ऐसा भी आएगा।