अक्सर तन्हाई से इन्सान डरता था अब तो बस तन्हाई हि तन्हाई है कीसी के ख़ामोशी को लेकर सवाल उठते थे अब तो बस चारों ओर ख़ामोशी छाई है मंजिल के तलाश में खोया हुआ इन्सान अब जिंदगी के तलाश में भटक रहा है इन्सान तबभी बदले बदले नज़र आते थे आज भी इन्सान बदला बदला लगता है ©Tafizul Hussain Sambalpur Odisha कुछ तो बदला है #Corona_Lockdown_Rush