_#कवी'धनूज. सलाम है तुझे ए मरे हुए इंसान, तू मरने के बाद भी काम आया.. कितनों को दर्द लाखों दे गया, तो कितनों को लाखों रूपये दे गया.. किसी ने तुझे बचाना चाहा, तो किसीने तुझसे कमाना चाहा.. और कुछ ना सहीं_ पहचान इंसानों की तू जाते जाते करा गया.. ©Dhananjay(dhanuj) Sankpal #पहचान #धनूज #शायरी