चल चला चल , कल कल मत कर आलस के हलाहल को पीकर श्रम से प्रेम से सींचकर अपने आज को संवार निहारने से क्या होगा? स्वप्न देख, साहस पर हो सवार हर दिवास्वप्न को कैसे भोगेगा? जब स्वप्न रक्त होगा , करेगा शुद्ध इक्षशक्ति का संचार कर्म की मार हुंकार फल की चिंता मत कर चल.........। ©mautila registan #Nojoto #nojotohindi #nojoto #hindi_poetry #Parishram #purusharth