अब वो पहले वाली मुलाकात कहाँ रह गयी... कैसे कह दू वही बात रह गयी, जो हमारी पहली मुलाकात में थी। तेरे मिलते ही दिल के सारे गिले शिकवे दूर हो जाते थे, अब वो बात कहाँ रह गयी, जब हमें रात बीतने की इंतज़ार रहती थी, जब वो सुबह चाय की टपरी पर पहली मुलाकात होती थी, कैसे कह दू वही बात रह गयी, अब वो पहले वाली मुलाकात कहाँ रह गयी......।। - रोहन भट्ट🖋 #shayri