असहमति यानि एक चीज तय है वो है द्वंद जब असहमति होती है तब द्वंद होता है। असहमत होना यानि विचारों का मेल न खाना , हम असहमति को उपेक्षित करके द्वंद से बच सकते हैं। यानि किसी व्यक्ति की गलतियों की उपेक्षा करें ,उतना ध्यान मत दें और अगर हम गलत हैं थोड़ा गलती को स्वीकार कर लें । कोई जो हमारी गलतियों को बता रहा है तो उसका भी सुन लें। ऐसा करने से परस्पर द्वंद से बच सकते हैं। ©सत्यव्रत #lifequotes #nojohindi #2025status #Quotes