मैं दिसंबर, तुम जनवरी, पलक झपकते मैं पहुंची, मुझसे तुम तक,इतनी ही दूरी । बदले मिजाज़ मौसम के कितने, तुमको मुझतक तक लाने में, सर्द-बर्फ बने शीतलहरी, मैं दिसंबर,तुम जनवरी। December-january