कल शाम की बात है फिर वही जज़्बात है, तेरी यादों से वाबस्ता , जाने कितने अलफाज है, तुझे भूलने की मेरी सारी कोशिशें , ना जाने क्यो, नाकामयाब है । #शाम #जजबात #बाबस्ता #यादें #नाकामयाब #Myquote #Mythoughts