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Best शाम Shayari, Status, Quotes, Stories

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Dil_ se_06

Unsplash **सपना एक अधूरा रहे गया है अभी 🥹
जहां होगा अपनो का एक प्यार सा बसेरा 😊
वो घर बनाना अधूरा रहे गया है अभी🙂
जहां गुनगुनाएगी बातें सबकी मीठी सी**🤗

©Dil_ se_06 #camping #बात #शाम #alone #Happy

Ghumnam Gautam

White 
ये मेरी ज़िंदगी तेरे नाम हो गई
तेरी पलकें उठीं, सुब्ह मेरी हुई
और झुकीं तेरी पलकें,मेरी शाम हो गई
ये मेरी ज़िंदगी तेरे नाम हो गई 

देखके तुझको यूँ तो जीते होंगे कई
मरनेवाला कोई तुझपे होगा नहीं
सम्हाला बहुत मैंने दिल को था
पर हर कोशिश नाकाम हो गई


उफ्फ लबों पे जो काला तिल है तेरे
महबूब वो चैन है दिल का मेरे
मैं कह दूँ ग़ज़ल तेरे होठों पर
तू गुल गुलशन गुलफ़ाम हो गई

©Ghumnam Gautam #GoodMorning 
#ज़िंदगी 
#सुबह 
#शाम 
#ghumnamgautam

BANDHETIYA OFFICIAL

#Thinking #शाम ! लव शायरियां लव सैड शायरी लव शायरी लव शायरी लव कोट्स Shiya Tyagi –Varsha Shukla gudiya Milly dinesh Rathore

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White जो सुबह में है,
वो शाम में होना चाहिए।
लाल सूरज, लम्बी परछाईं,
फिर भूला,भूला न कहाए इसलिए।

©BANDHETIYA OFFICIAL #Thinking #शाम ! लव शायरियां लव सैड शायरी लव शायरी लव शायरी लव कोट्स Shiya Tyagi   –Varsha Shukla  gudiya  Milly  dinesh Rathore

Diya

#Thinking यह जो #शाम है ना तेरे आने की आहट लाई है, दिलपर मेरे कब्जा कर ....फिर से मुस्कुराई है, खुशी है कि #धीरे-धीरे मेरी सांसों में भर आई है, कैसे उससे नजरे #मिलाऊं सोच सोच कर मेरी आँखें #भर आई है, diyakikalamse✍🏼❤

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White यह जो शाम है ना तेरे आने की आहट लाई है,
दिलपर मेरे कब्जा कर ....फिर से मुस्कुराई है,
खुशी है कि धीरे-धीरे मेरी सांसों में भर आई है,
कैसे उससे नजरे मिलाऊं सोच सोच कर मेरी 
आँखें भर आई है,

©Diya #Thinking 
यह जो #शाम है ना तेरे आने की आहट लाई है,
दिलपर मेरे कब्जा कर ....फिर से मुस्कुराई है,
खुशी है कि #धीरे-धीरे मेरी सांसों में भर आई है,
कैसे उससे नजरे #मिलाऊं सोच सोच कर मेरी 
आँखें #भर आई है, #diyakikalamse✍🏼❤

Diya

#शाम #ढलता #हुआ #सूरज diyakikalamse✍🏼❤

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White  ए शाम तेरे पहलू में आकर
जब यह सूरज छिप जाता है,
धरा.. देखो ना नजरे उठाकर,
आसमान पर, कैसे निखार आ जाता है।

©Diya #शाम #ढलता #हुआ #सूरज #diyakikalamse✍🏼❤

BANDHETIYA OFFICIAL

a-person-standing-on-a-beach-at-sunset वक्त -ए-शाम ढल ही गया,
लेके जाम ढल ही गया।
ढल भी जाए आई रात,
अंधेरे गम जज्बात ,
हो लहजे -आम ढल ही गया।
खाली हो जाता  मैखाना भी,
टूट यहां जाता पैमाना भी,
क्या इंतजाम ,ढल ही गया !

©BANDHETIYA OFFICIAL #SunSet #शाम

Parul Sharma

सुबह का सत्कार और 
शाम का इंतजार 
यूं  हर दिन के ललाट पर
कुमकुम सजता है

©Parul Sharma # goodmorning #सुप्रभातम #ललाट #इंतजार #सत्कार   #कुमकुम  #शाम  #सुबह

Avinash Jha

White याद आती है वो शाम

याद आती है वो शाम, जब सूरज ढलता था,
आंगन में बैठकर, चाय का कप सजता था।
हवा में थी खुशबू, मिट्टी की सौंधी-सौंधी,
हर कोने में थी ख़ुशी, हर बात थी मीठी-मीठी।

गली में बच्चों की हंसी, और पतंगों का खेल,
उन दिनों का हर लम्हा, जैसे कोई सुंदर मेल।
दादी की कहानियां, जो दिल को बहलाती थीं,
वो गाने, जो माँ गुनगुनाती थीं।

सांझ के दीपक, जो अंधेरे को मिटाते थे,
हमारे सपनों में उजाले भर जाते थे।
खुला आकाश, तारे गिनने का जुनून,
जैसे हर रात थी कोई अनोखा सुकून।

वो दोस्ती, जिसमें दिखावा न था,
हर बात में बस अपनापन था।
मिट्टी के घरों में भी, खुशियों का वास था,
कम साधनों में भी, भरपूर उल्लास था।

अब वक़्त बदला, पर दिल वही ठहरा है,
उन बीते पलों का जादू आज भी गहरा है।
याद आती है वो शाम, वो मासूम दिन,
जिनमें छिपा था सच्चा जीवन का संगम।

©Avinash Jha #याद #शाम

F M POETRY

#शाम है...

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White आजा मेरे ख्वाबों की महज़बीन शाम है..
आ देख मेरे साथ क्या हसीन शाम है..

तन्हाँ न समझ आएंगे रंगीन नज़ारे..
आ मैं तुझे दिखाता हुँ रंगीन शाम है..


यूसुफ़ आर खान....

©F M POETRY #शाम है...

बेजुबान शायर shivkumar

मेरे लिए मेरे मन का #पुष्प भी तुम मेरे लिए मेरे #जीवन का हर #त्यौहार भी तुम नवंबर की सी #शाम भी तुम दिसंबर की सौंधी #धूप भी तुम #बारिश की बूंद भी तुम #बसंत की महक भी तुम

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मेरे लिए मेरे मन का पुष्प भी तुम 
मेरे लिए मेरे जीवन का हर त्यौहार भी तुम 

नवंबर की सी शाम भी तुम 
दिसंबर की सौंधी  धूप भी तुम 

बारिश की बूंद भी तुम
बसंत की महक भी तुम 

पतझड़ में नारंगी पड़ता बाग भी तुम 
बरसात में हरियाली से भरता कोई चारागाह भी तुम 

पहाड़ों की सुबह भी तुम 
समंदर किनारे की हवा भी तुम 

कहीं सुकून से बैठे हुए मेरा 
कोई विचार भी तुम 

रात को आसमान में गिनता हुआ तारा भी तुम 
मेरी आधी किस्मत को पूरा करने का सहारा भी तुम 

मेरे बालों को सहलाने वाले हाथ भी तुम 
मुझे पुकारने वाली आवाज भी तुम 

तुम शायद सब हो मेरे जीवन में 
मुझे मिल के पूरा कर जाने वाले ख्वाब भी तुम ..

©बेजुबान शायर shivkumar मेरे लिए मेरे मन का #पुष्प  भी तुम 
मेरे लिए मेरे #जीवन  का हर #त्यौहार  भी तुम 

नवंबर की सी #शाम  भी तुम 
दिसंबर की सौंधी #धूप  भी तुम 

#बारिश  की बूंद भी तुम
#बसंत  की महक भी तुम
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