आकुलता लिए. भविष्य भोर की पहली किरण की प्रतिक्षा कर रहाहै और अव्यय अतीत गुमनाम कब्रों मे फिर से सांस लेने की कोशिश कर रहा है जबकि आलसी वर्तमान का कीड़ा अपनी मंद गति का पुनर्नमूल्यांकन करने के लिएफिर से साहस बटोर रहा है ©Parasram Arora समय के तीन काल