धड़कने अब धीमी होने लगी है! आँखों में कुछ नमी से रहने लगी है!! बैठा जा रहा है अब दिल ये मेरा, साँसे भी पूरी सी होने लगी है!!! अपना सब कुछ खो कर तुझे पाया था! बिन सोचे सब कुछ तुझ पर लुटाया था!! पर छोड़ गई तू मुझे इस हाल में! कि भीड़ मैं भी आँखें, तन्हा सी रहने लगी है!! ख्वाइश जो अधूरी रह गई मेरी, जिंदगी अधूरी सी लगने लगी है!! 💞शायर RK...✍🏻 ©SHAYAR (RK) धड़कने अब धीमी होने लगी है