कभी कभी किसी को कहना, और किसी को सुनाना पड़ता है, जब दिल पर बढ़ जाता है कोई बोझ, उठा कर कलम की नोक से, इक ओर हटाना पड़ता है, यह जरूरी नहीं हर लफ्ज़ के पीछे हसीना हो, कई बार बेवजह गुनगुनाना पड़ता है, आगे ही कई गलतफहमियों के शिकार है, खूं की स्याही से हर दाग मिटाना पड़ता है। ©Harvinder Ahuja #लगाव-अलगाव #Hopeless