सूखा पत्ता फिर से जला रखा है,,दिसंबर की सर्द रात है तेरे प्यार का एहसास आज भी जगा रखा है. थक गया दिल कांपते कांपते तेरा दिया गुलाब होंठो को आज भी लगा रखा है. कमबख्त मानता नही दिल अकेलेपन को,,तेरी यादों का कारवां आज भी चला रखा है. चल रही है घड़ी टिक टिक,,तेरी याद ने वक़्त वहीं जमा रखा है. में उलझा हूं बादलों मे,,वो रात का चाँद कहीं उसने आँखों में छुपा रखा है. काँच सा दिल मेरा घायल किया था उसने आँख के इशारे से जिस रस्ते पे,,उस जगह का नाम आज भी हमने जंग-ए-मैदान रखा है। #Love #Truelove #December #nojotohindi#nojotonews प्यार का एहसास Tittle---जंग-ए-मैदान written by me✍️6.1aman💥💥 Poetry_girl_020 khan Nisha