सीधे सीधे बोलना हमें आता नहीं इसलिए ये फरवरी हमें भाता नहीं बातें इश्क की हों या इतिहास की तारीखों से हमारा कोई नाता नहीं जो है जैसा है वो सब अपनी ज़ुबां पर है ये रूठना मनाना भी हमको आता नहीं झूठीं कसमें वो वादें और फरेबी मोहब्बत दूर दूर तक इनसे कोई हमारा नाता नहीं जो है जैसा है वो सब अपनी ज़ुबां पर है इसलिए ये फरवरी हमें भाता नहीं — % & #कसमें_वादें #फरवरी #फरवरी_ड्रामा #yqbaba #yadidi #valentinespecial