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कभी आँसू नहीं दिखते कभी ना आह होती है हमारी कुछ सफ

कभी आँसू नहीं दिखते
कभी ना आह होती है
हमारी कुछ सफलता पर
भले ना वाह होती है

पिता सब कुछ छुपाते हैं
मगर होते बड़े नाज़ुक
शजर को भी तो पत्तों की 
सदा परवाह होती है

#शशांक की कलम से #father's Day
कभी आँसू नहीं दिखते
कभी ना आह होती है
हमारी कुछ सफलता पर
भले ना वाह होती है

पिता सब कुछ छुपाते हैं
मगर होते बड़े नाज़ुक
शजर को भी तो पत्तों की 
सदा परवाह होती है

#शशांक की कलम से #father's Day