Find the Best शशांक Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about शशांक का अर्थ, शशांक सिंह राजपूत, शशांक केतकर priyanka dhavale, शशांक केतकर wife, आशुतोष शशांक,
शशांक की कलम से
Jai Shri Ram "प्रतीक्षा" प्रतीक्षा "अहिल्या" की प्रतीक्षा "निषादराज" की प्रतीक्षा "ऋषि शरभंग" की प्रतीक्षा "माता शबरी" की प्रतीक्षा "हनुमंत लाल"की प्रतीक्षा "माता सीता"की प्रतीक्षा स्वयं "प्रभु राम"की कमलनयन,नयनाभिराम बाल राम के नेत्रों में खोकर समाप्त हुई समस्त प्रतीक्षाएं मिट गई मन की सब पीड़ाएं #जय श्री राम #शशांक की कलम से ©शशांक की कलम से #jaishriram
शशांक की कलम से
अब कल क्या हो जाए, कि किसने देखा है? ताज मिले छिन जाए, कि किसने देखा है? श्रीराम अवध को छोड़,थे वन को चले गए क़िस्मत क्या पलटी खाए, कि किसने देखा है? #शशांक की कलम से ©शशांक की कलम से #exitpole
Bazirao Ashish
"शशांक" तुम हो कितने निर्मल शशांक! तुम हो बिल्कुल भोले मृगांक! कोई कहे चन्दा मामा तुमको कोई पुकारे चौदहवीं का चाँद। तुम तिल-तिल घटते तिल-तिल बढ़ते। हो सोलह कलाओं के कलानिधि शशांक! निशा काल तुम हिम समान तुम ही हो रजनीपति महान तुम हो राका के ईश सदा तुम पूरण दिखते यदा कदा। तुम आते सदा अँधेरों में सुधि लेने विपदा के घेरों में। जीव जन्तु सब सो जाते हैं तुम्हरे ही पावन पहरों में। तुम हो कितने निर्मल शशांक! तुम हो बिल्कुल भोले मृगांक! ~●आशीष●द्विवेदी● ©Bazirao Ashish . "शशांक" तुम हो कितने निर्मल शशांक! तुम हो बिल्कुल भोले मृगांक! कोई कहे चन्दा मामा तुमको कोई पुकारे चौदहवीं का चाँद। तुम तिल-तिल घटते तिल-तिल बढ़ते। हो सोलह कलाओं के कलानिधि शशांक!
Nishu Maurya.....(Arjnii)
इन पतझड़ के पत्तों ने भी एक नई पहचान बनाई है.... जब टूटा है तब जाके ख़ुद के रंग से नज़र मिलाई हैं.... ख़ुद को टूटा समझ मैंने ख़ुद पे व्यंग्य बनाए हैं.... हैं! चाहत ही किसकी अब जब टूटकर खुद से नज़र मिलाई हैं...... गूढ़ नहीं दिखता था जब कुछ ....... तब अंधेरों में भी राह बनाई हैं..... तु बस हौसला तो रख.... इस शशांक की चांदनी से भी ज्यादा,, हम चमक कर दिखाएंगे। #kaid ek awaz.... ©Nishu Maurya.....(Arjnii) #phchan#शशांक #kaidEkAwaz #Stars
शशांक की कलम से
स्वयंशक्ति का बोध कराने लगता ये संकल्प सही मैं ही मैं केवल इस जग का मेरा कोई विकल्प नहीं #शशांक की कलम से #संकल्प
शशांक की कलम से
ज्यादा गणित लगाने वाले लोग अक्सर सामाजिक विज्ञान में पीछे रह जाते हैं #शशांक की कलम से #आज_यूहीं
शशांक की कलम से
धुंधला ही सही मगर आंखों में प्यार तो है... मंज़िल का पता नहीं मगर इंतजार तो है... #शशांक की कलम से #धुंधला
शशांक की कलम से
मैं और तुम मैं और तुम जब हुए हम मेरे हमदम कहीं हुए गुम #शशांक की कलम से #main_aur_tum
शशांक की कलम से
इज़हार आंखों - आंखों में कट गई ,देखो सारी रात। फिर भी हम न कह सके,अपने मन की बात।। #शशांक की कलम से #propose_day
शशांक की कलम से
कभी आँसू नहीं दिखते कभी ना आह होती है हमारी कुछ सफलता पर भले ना वाह होती है पिता सब कुछ छुपाते हैं मगर होते बड़े नाज़ुक शजर को भी तो पत्तों की सदा परवाह होती है #शशांक की कलम से #father's Day