"मां की परछाई हूं मैं " मां की परछाई हूं मैं तुम जैसी तो नही पर थोड़ी थोड़ी दिखती हूं मैं, धैर्य तुम जैसा तो नही पर हल पल संभलती हूं मैं, तुमने मुझको जन्म दिया तेरे प्यार की परीक्षा हूं मैं, मेरा बचपन तुमने जी लिया मेरा बचपन तेरे जाने से खो दिया, छोटी थी मैं फिर भी जिंदगी का सबक सिखाया तुमने, शिकायत नही है पर इतनी भी जल्दी क्या थी तुम्हे, मां तो सब जानती है जिंदगी कैसी होती है वो भी बता दिया तुमने, वो आखिरी रात आज भी याद है मुझे पता है.... आज तक सुकून वाली नींद आई नही मुझे, मां मैं तुम जैसी तो नही पर धैर्य का इम्तेहान आज भी दे रही हूं ।। ©Somu Ghosh #khayal #somu #somughoshkhayal #maa #motherDay #Life #Zindagi #Nojoto #poem #kavita