!! शायरी !! अपने यादों के चिन्ह बस छोड़ गया वो ! दिल को तोड़ा और अकेला छोड़ गया वो! गिला शिकवा क्या करें सब भूल गया वो ! बातों में धोखा था मन को छल गया वो ! *******बात बस इतनी थी****** की ! मेरी परवाह करना भूल गया वो की ! नया रास्ता खोज लिया वो की ! धोखा देना सीख गया वो अपने यादों के चिन्ह बस छोड़ गया वो ! (कंचन यादव) #DesertWalk #वो_गुज़रे_हुऐ_पल