मैंने तुम्हें कुछ यूँ थामा है ... मेरे दिल की धड़कन हो तुम मेरे जिगर का टुकड़ा हो तुम मेरा जीवन मेरी जिन्दगी हो तुम तुममें देखती हूँ अपने सपने तुम में खुद को ढालती हूँ मैं मेरा मैं हो तुम मेरी परछाई हो तुम मैंने तुम्हें ......जैसे मेरी परझाई हो तुम तुम को डाँट कर खुद को सुधारती हूँ तुम को चूम कर श्रंगार अपना पाती हूँ निहारती हूँ तुम्हें हर दम मेरा आईना हो तुम मैने तुम्हें कुछ यूँ थामा है जैसे मेरा आईना हो तुम पारुल शर्मा #NojotoQuote मैने तुम्हें कुछ यूँ थामा है जैसे.... मेरे दिल की धड़कन हो तुम मेरे जिगर का टुकड़ा हो तुम मेरा जीवन मेरी जिन्दगी हो तुम तुममें देखती हूँ अपने सपने तुम में खुद को ढालती हूँ मैं मेरा मैं हो तुम मेरी परछाई हो तुम मैंने तुम्हें ......जैसे मेरी परझाई हो तुम