ये मायूस अकेलापन भी आसमा को आजमाने चला है अपनो की भरी हुई खाली बस्ती में सबने सबको छला है थोड़ा रुककर दौड़ना इस जिंदगी की बंजर सड़को पर मैं क्या और तू क्या है ये जिंदगी जमीन पर भी आसमानी बला है ©Ash Jain बंजर #sadquotes