ए वक़्त तू कभी ठहरता तो नहीं था रुकी हुई ज़िन्दगी में, तुम्हारा तो शहर नहीं था। फिर,ऐसी क्या बात हुई के तुम रुके हो इसके पहले तू कभी भी थका तो नहीं था।। ©Rajani Mundhra #lock down#2