तुम और मैं हाथों में हाथ डालकर, संग कदम से क़दम मिलाते हैं, अभी तो हमनें जमीं मापी है, चलो आसमां तक कदम बढ़ाते हैं। नहीं कोई कार्य असंभव इस जहाँ में, गर संग मिले तुम्हारा, तुम और मैं सुगंध और सुमन की तरह, दुनिया को महकाते हैं। #VKpoetry40 *पोस्ट को हाईलाइट करना ना भूलें। #vkpoetry #collabwithvkpoetry 🏵️ कैप्शन को ध्यानपूर्वक पढ़कर रचना करें 👇