मैं अकेली नहीं, मेरी आवाज़ साथ है, टूटी नहीं हूं मैं, परवाज़ साथ है, नहीं बहती मैं बीते दिनों की याद में, कल की उम्मीद, और मेरा आज साथ है,, #शाश्वती_हालदार #आवाज़ #परवाज़ #दर्द #शायरी #दिल_की_बात