Nojoto: Largest Storytelling Platform

रुक जा मेरे भाई, घर मे सुरक्षित बैठने को ना सम

  रुक जा मेरे भाई,
घर मे सुरक्षित बैठने को
  ना समजो मजबुरी;
      धोकेबाज
 कोरोना बुलाती है,
    मगर न जाने मे
   ही है समजदारी। #समजदारी
  रुक जा मेरे भाई,
घर मे सुरक्षित बैठने को
  ना समजो मजबुरी;
      धोकेबाज
 कोरोना बुलाती है,
    मगर न जाने मे
   ही है समजदारी। #समजदारी