सपनों का अंत हुआ ऐहसास के शहर में विश्वास का दफन हुआ जनाजे में कोई नहीं पंहुचा ये ही सिर्फ सही हुआ ✍️कमल भंसाली ©Kamal bhansali #कमल भंसाली