Bus के बाहर पसरा सन्नाटा कुछ जाना पहचाना सा राग गा रहा है नाम शायद जानता है मेरा मुझे मेरे नाम से बुला रहा है Bus के अंदर radio भी वही तेरा मेरा favorite गाना बजा रहा है ये सब हो क्या रहा है मुझे तो लगता है, ये सफ़र साज़िश है तेरी तभी तो सब वैसा ही हो रहा है जैसा चाह रहा हूँ मैं Bus चल पड़ी है आ रहा हूँ मैं # Bus चल पड़ी है आ रहा हूँ मैं #