आज फिर मैं एक साल बाद चांद का दीदार करूंगी, भूखे प्यासे रह कर भी इसका इंतजार करूंगी। यूं ही न देगा ये चांद भी दर्शन लेगा परीक्षा पल - पल मैं ये परीक्षा भी हस्ते हस्ते पास कर लूंगी, आपके लिए तो मैं किसी भी मुश्किल से लड़ लूंगी। बदले में इसके मुझे कुछ नहीं चाहिए, जीवन भर ये इज्जत और प्यार बनाए राखिए। रहें आप स्वस्थ, सुखी और सलामत यही दुआ करूंगी। आज रात चांद से ये प्रार्थना बार - बार करूंगी।। ©sauryarajput07 #Karwachauth Sachin Thakur #Shayari