दुनिया के दिखाए रंगों का तमाशा जब देखूं। तो सोचा आईना अगर दिल में हो तो जमाना क्या देखूं।। बात फुर्सत से हो तो अफसाने का अंजाम देखूं। लगा अंधेरे में हो उजाला तो उजाला क्या देखूं।। और जिस दरवाजे से खुले मेरे सारे रास्ते। उस दरवाजे पर भला मैं अब ताला कैसे देखूं।। Abhishek Tiwari ✍️✍️ Lockdown Time utilities time