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# "आप हमसे मिले बेक़रारी बढ़ने लग | English Poetry

"आप हमसे मिले बेक़रारी बढ़ने लगी,
मुश्किल में जान हमारी पड़ने लगी;
ग़ज़ल कहती हुई आपकी नज़रें,
जब नज़रों पर ही हमारी गढ़ने लगीं।

क्या बताएँ दिल पर फिर क्या-क्या गुज़रने लगी,
धड़कन थमने लगीं साँस बढ़ने लगी;
आपके दिल की ही तो आवाज़ थी,
anjalisinghal5635

Anjali Singhal

Bronze Star
New Creator
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"आप हमसे मिले बेक़रारी बढ़ने लगी, मुश्किल में जान हमारी पड़ने लगी; ग़ज़ल कहती हुई आपकी नज़रें, जब नज़रों पर ही हमारी गढ़ने लगीं। क्या बताएँ दिल पर फिर क्या-क्या गुज़रने लगी, धड़कन थमने लगीं साँस बढ़ने लगी; आपके दिल की ही तो आवाज़ थी, #Poetry #AnjaliSinghal

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