1.माँ🍂 हमारी प्रथम गुरु माँ के चरणों में वंदन ,जिन्होंने हमें इस संसार में लाकर पालन,पोषण करके अच्छे संस्कार दिए जिससे,हमारा जीवनमार्ग सुलभ हो सके। 2.शिक्षक🍂 उन सारे गुरुओं का चरण वंदन जिन्होंने,विद्यालय में पूरी श्रद्धा के साथ हमें किताबी,पाठ के साथ साथ बड़ो का सम्मान, छोटो को प्यार एवं दीन दुखियों की सेवा सहित जीवन,के हर कदम पर मुश्किलों का सामना कर उनसे,ऊबरने की कला सिखाया। 3.दोस्त🍂 वो दोस्त भी धन्यवाद के पात्र हैं जिन्होने हर, कदम साथ देते हुए हमें सच से सामना करने, की हिम्मत देते हैं ,ऐसे दोस्त भी गुरु समान ही होते हैं। 4.जिंदगी🍂 जिंदगी का भी एक अपना अलग ही तजुर्बा है,ठोकरें खिलाना फिर उनसे उबारना, फिर नई ,मुसीबत में डालकर उससे भी पार लगाना, हारकर भी हार न मानने की प्रेरणा देने वाली,जिंदगी भी गुरु समान ही है जिसका दिया हर, तजुर्बा हमें जीवन की बुलंदियों तक पहुँचाने में सहायक सिध्द होता है। जन्मदायिनी पालनहारी माँहाथ पकड़ उसने चलना सिखाया वो गुरु ही तो है। 🍂विद्यालय में पाठ पढ़ाकर जिन्होंने,मार्ग प्रशस्त कराया वो गुरु ही तो हैं। 🍂मन कर्म वचन हृदयभाव से जिन्होंने हमें पढ़ाया वो गुरु ही तो हैं। 🍂हर मुश्किल का हम डंटकर ,कर सके सामना, जिन्होंने हमें ये गुर सिखाया,वो गुरु ही तो हैं। 🍂ठोकरें खिलाकर जिसने फिर,उठना सिखाया वो ज़िंदगी भी यारो गुरु ही तो है। 🍂हर कदम जिसने सच को सच और,झूठ को झूठ बताकर सच्चा मार्ग दिखाया,वो दोस्त भी गुरु ही तो है। 🍂घमंड-अकड़ का जीवन में मोल बताकर,जिन्होंने पत्थर दिल को मोम बनाया,हर वो लम्हा गुरु ही तो है। 🍂कलमकारी हो या कलाकारी ,जो कोई हमें सिखाये,वो प्रेरणा भी दोस्तो गुरु ही तो है। 🍂शिक्षक मिलेंगे कदम कदम पर,कभी माँ, कभी दोस्त कभी किसी रूप में,हर शख्स जो हमें कुछ भी अच्छा सिखाये,वो गुरु ही तो है। 🍂वक़्त भी है बड़ा शातिर खिलाड़ी,,समय पर जो आपको सच से रूबरू करवाये,वो वक़्त भी दोस्तों गुरु ही तो है। 🍂 आप सभी को गुरु पूर्णिमा की असीम शुभकामनाएं 🍂 #धरम ✍️ ©purvarth #guru