जो मेरे इश्क मे होगा दम, किसी और की बाहों में तुम चली जाओ ऐसा मुमकिन ही नहीं सनम शक नहीं मुझे तेरी चाहत पर, बस खोने से हूँ मैं डरता तभी हो जाती है ये आँखें नम अब क्या बताऊं, अप्सरा हो तुम, मेरी अप्सरा दूजी तुम सी कोई मिलेगी नही चाहे ले लूं मैं कितने भी जनम हाँ, कुछ रिश्ते है और उनकी अपनी जिम्मेदारियाँ भी, जिन्हें मिलकर निभाएंगे इन जिम्मेदारियों की वजह से अपना प्यार न होगा कभी कम वायदा है ये मेरा, कल जो भी हो, एक-दूजे के ही रहेंगे हम अरे ओ मदारी, पकड़े मेरी डोर रहना, मैं वानर तुम्हारा। जो मैं सागर, तो तुम बन दरिया मुझमे मिलना, कुछ ऐसा हो प्रेम हमारा।। #मदारी