बहुत देर हो गई वो लौट आने से रहा खैर ! दिल कहा बाज आने से रहा कर लिया बेज़ार खुद को ये जानते हुए गर वो लौट भी आए दिल मे उतर जाने से रहा मोहब्बत सच्ची हो या झूठी तज़ुर्बा दे ही जाती है मै आशिक हु जनाब हार मानने से रहा ©abhisri095 #modern#आशिक