शोषण ,हमेशा अपने से ज्यादा प्रभावशाली व्यक्ति ही करवाता है पहले वो शोषित को डराता है , फिर भटकाता है, और लगातार आपका शोषण करता जाता है केवल एक स्वतंत्रता की आश ही व्यक्ति में शोषण के खिलाप जोश जगाता है वही जोश व्यक्ति में फौलादी एकता को बढ़ाता है एवम उस शोषण को जड़ से खत्म कर जाता है वही व्यक्ति अपने जीवन में आनंद और सम्मान पाता है ©Er.Mahesh #शोषण