लिखने बैठता हूं तेरे बारे में जब मेरे यार, रुकती नहीं है कलम हमारी मेरे यार । सोचता हूं आज ही खत्म कर दूंगा कहानी अपनी, हर रोज बयां कैसे करूंगा यारी अपनी।। friends