Nojoto: Largest Storytelling Platform

एक उधार की ज़िंदगी वक़्त जाया करने में कट गई मौत आय

एक उधार की ज़िंदगी वक़्त जाया करने में कट गई
 मौत आयी तो,वो भी हिस्सो में बट गईं
रेत ही तो है उड़ रही है हवा के साथ
धूप निकली ही थी के आंधिया भी छ्ठ गई



विनीत कुमार मित्तल कौन जाने
एक उधार की ज़िंदगी वक़्त जाया करने में कट गई
 मौत आयी तो,वो भी हिस्सो में बट गईं
रेत ही तो है उड़ रही है हवा के साथ
धूप निकली ही थी के आंधिया भी छ्ठ गई



विनीत कुमार मित्तल कौन जाने

कौन जाने