इसी खामोशी में मैं तेरे साथ गुजर जाऊंगा। तुम मुझसे जोर से बातें ना कर मैं मर जाऊंगा। बहुत दिन हो गए तुम्हारी जुल्फ के साए में रहकर। मुझे तू रिहा कर तो मैं अपने घर जाऊंगा। तुझको तकलीफ यह है कि मैं मुकर गया हूं। तुझे यकीन था मैं अपनी जिद पे अड़ जाऊंगा। ©निर्भय चौहान #alone NIKHAT الفاظ جو دل چو جائے