मैं गिरूँगा तो ये ख़जूर मुझको रोकेंगे मैं गिरूँगा तो ये ख़जूर मुझको रोकेंगे तो फिर मैं क्यों न आसमान की ख़बर ले लूँ। ~उपेन्द्रनाथ "नागरिक" . ©Bazirao Ashish मैं गिरूँगा तो ये ख़जूर मुझको रोकेंगे मैं गिरूँगा तो ये ख़जूर मुझको रोकेंगे तो फिर मैं क्यों न आसमान की ख़बर ले लूँ।