उस चाँद से कह दो कि न निकले मेरे यार की सूरत को आज देख लिया मैने, उन तारों से कह दो ज़रा कम टिमटिमाएँ मेरे यार की हसीन मुस्कुराहट को कैद आज कर लिया मैने, उन बादलों से कह दो की कहीं और जा कर बरसें मेरे यार की घनी जुल्फ़ों को महसूस आज कर लिया मैने, उन पंक्षियों से कह दो ज़रा कम चहचहाएँ आज मेरे यार की मधुर वाणी को आज सुन लिया मैने, उन कलियों से कह दो ज़रा कम खिलने की गुस्ताखी करें मेरे यार की नज़ाकत को आज देख लिया मैने, उन हवाओं से कह दो कहीं और चलें जाकर मेरे यार की सांसों को खुद में आज फ़ना कर लिया मैने। #WorldPoetryDay #मेरेयारकीसूरत #FreakySatty #SattyPoetry