✍️ लिखते रहिए ✍️ लिखते रहिए..... कागज पर स्नेह,प्रेम,पराक्रम बलिदान,मान अपमान और स्वाभिमान। सजाते रहिए,हर शब्द को खूबसूरती से ताकि,उस कागज पर दिखे, किसी को अपना अक्स,किसी को अपना प्रिय खोया शख्स किसी की पूरी हो तालाश किसी को लगे,अरे! यह तो मेरे अहसास किसी को मिले,गंगा का किनारा किसी को मिले,श्री कृष्ण का सहारा।😊 लिखते रहिए, समझदारी के साथ हर अहसास,क्योंकि जाने अनजाने, पढ़ते हैं लोग,और नासमझी में भी भाती हैं समझदारी की बात,सुलझ जाते हैं बहुत से मुश्किलात।✍️ ©purvarth #लिखते_रहेंगे