एक अध्यापक के रूप में मैं पहली बार एक स्कूल में जाने वाली थी मन में हजारों सवाल थोड़ा सा डर क्या मैं इतने सारे छोटे बच्चों को संभाल पाऊँगी वो बच्चे ज्यादा शैतान हुए तो मैं जो पढ़ाऊँगी क्या वो समझ पाएंगे और ना जाने क्या क्या मैं सोच रहीं थी। जींस टॉप वाली लड़की से खुद को बदलकर मैंने एक सभ्य भारतीय शिक्षिका की तरह सूट सलवार में स्वयं को तैयार किया सोचा की पोशाक से रोब बनता हैं वरना ये तो सभी जानते हैं मैं दिखने में खुद भी एक बच्ची ही लगती हूँ। पर अब खुद को बदलना चाहा मैंने। तो अब शुरू हुआ इंटरंशिप का सफर। ©Timsi thakur #Blackboard