वही दो जोड़ी कमीज़, बार-बार बदल कर पहन के ऊब गयी थी , मन में आया क्यों न कुछ नया ख़रीदा जाये , आधुनिक ज़माने में सब इंटरनेट के जरिये कुछ भी क्रय विक्रय भी किया जा सकता है, तो आधुनिक सोच रखते एक ऑनलाइन क्रय विक्रय ऐप से , एक सुंदर कमीज पसंद की , अब बारी थी उसे मांगने की , और आवश्यक था पात्र व्यवहार का पता पिता जी को हमारे अनावश्यक धनखर्ची नापसंद थी, अतः छोटी बहन जो की शहर में फार्मेसी कर रही थी उसे कहा , उसने कमीज लाने को हामी भरी , मैं मन ही मन ख़ुशी से फूली न समां रही थी , नयी कमीज की ख़ुशी में ख्वाब देखे जा रही थी , मैं ख्यालों में डूबी जाने क्या क्या सोच रही थी , की वो कैसे वो तिरंगी कमीज , जिसका ऊपरी भाग समुद्री हरा , मध्य भाग श्वेत और निचला भाग गहरा आसमानी था , मैं स्वयं को उस कमीज में देख इठला रही थी , और सोच रही थी की जब मैं कमीज पहनकर निकलूंगी , मेरे आसपड़ोस की सभी औरते और लड़कियां मुझसे मेरी कमीज के बारे में पूछेंगे , वो मेरी कमीज की तारीफ करेंगी और खरीदने की बाते करेंगी , और कुछ तो मेरी कमीज देख का ईर्ष्या से भर जाएँगी , हाट में हर किसी की नजरे मुझपर और मेरी कमीज पर होगी, तभी अचानक फ़ोन की घंटी बजी , दीदी कमीज बिक चुकी है .. SONAMKURIL कमीज और ख्वाब #DREAMS #T-SHIRT