Nojoto: Largest Storytelling Platform

"कुछ खुशियाँ" नीला आसमान, हरी-भरी वादियाँ, बर्फ क

"कुछ खुशियाँ"

नीला आसमान,
हरी-भरी वादियाँ,
बर्फ की चादर ओढ़े,
शांत पर्वत की चोटियाँ,

निर्मल जल युक्त,
इठलाती अविरल,
करती कल-कल,
नन्हीं-नन्हीं सी नदियाँ।

और तुम,
बस और बस,
केवल तुम...

इठलाती, बलखाती,
हिलोरे मारती,
उज्ज्वल, निर्मल,
मन सी-नदियाँ।

अन्तस अभिसिंचित,
अधरों पर बहती,
कविता सी,
खुशियाँ...

©HINDI SAHITYA SAGAR
  "कुछ खुशियाँ"

नीला आसमान,
हरी-भरी वादियाँ,
बर्फ की चादर ओढ़े,
शांत पर्वत की चोटियाँ,

निर्मल जल युक्त,

"कुछ खुशियाँ" नीला आसमान, हरी-भरी वादियाँ, बर्फ की चादर ओढ़े, शांत पर्वत की चोटियाँ, निर्मल जल युक्त,

250 Views