कवि की कल्पना के शब्द ऐसा मायाजाल है, जहाँ इन्सान सुलझते सुलझते उलझता ही चला जाता है। #कवि #कल्पना #मायाजाल #इन्सान #yqdidi #yqhindi #bestyqhindiquotes